मन की चार उदात्त प्रकृति | Gautam Buddha Thoughts | Quotes of Lord Buddha
मन की चार उदात्त प्रकृति
मेत्ता - सद्भावना, अनुकंपा प्यार
करुणा - दया, सहानुभूति
मुदिता - बिना सहानुभूति खुशी
के प्रति ईर्ष्या शरण
दूसरों की खुशी.
उपेक्क्षा - धैर्य या एक निष्पक्ष रवैया.
~ बुद्ध ~
No comments:
Post a Comment